Considerations To Know About हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे



काली मिर्च में पाया जाने वाला पिपेरिन और हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन बुरे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करते हैं. 

एक्जिमा के इलाज के लिए रोजाना हल्दी दूध का एक गिलास पीएं।

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण इसे सदियों से त्वचा की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। हल्दी का पानी पीने से सूजन को कम करके, ऑक्सीडेटिव तनाव से मुकाबला करके और एक युवा रंग का समर्थन करके स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

आपने हेल्थजोन के इस लेख में हल्दी के बारे में विस्तार से बड़ा और जाना की हल्दी में कितने ज्यादा औषधि गुण मौजूद है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी ज्यादा फायदेमंद है । अब हल्दी को अपने खाने में उपयोग करें और इसके स्वास्थ्य लाभ हासिल करें ।  किसी रोग को दूर करने के लिए हल्दी का उपयोग करना हो तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें फिर इसका उपयोग करें । आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे लाइक करे और अपने दोस्तों में शेयर करें ।

पिसी हुई हल्दी को तेल में मिलाकर गर्म कर लीजिए फिर इसको रूई में लगाकर घाव पर पट्टी बांध लीजिए घाव भर जाएगा।

हल्दी को हम दूध के साथ या पानी के साथ सेवन कर सकते हैं। रोगग्रस्त जगा इसको लगाने से बहुत जल्दी फायदा मिलता है।

अन्य भाषाओं में इसे निम्न नामों से पुकारा जाता है।

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण get more info होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

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हल्दी का सेवन करने के लिए आप इसके सप्लीमेंट्स भी ले सकते है या इसे मसाले के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।

गर्मी के मौसम में सिर में फुंसियां निकलना एक आम समस्या है। फुंसियों के कारण सिर में तेज खुजली और जलन होती है। इस समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी और दारूहरिद्रा, भूनिम्ब, त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर रोजाना सिर पर मालिश करें।

अमूमन हमें हल्दी का सेवन नियमित मात्रा में करना चाहिए। कहा गया है कि रोजाना एक छोटे चम्मच हल्दी का सेवन हमारे लिए सही है। कुछ भी सीमा से ज्यादा हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसकी अधिकता खराब पेट, जी मिचलाने और डिजीनेस का कारण बन सकता है। हल्दी के सप्लीमेंट्स या कैप्सूल तो बिना चिकित्सकीय परामर्श के लेने ही नहीं लेना चाहिए। बेहतर तो यह होगा कि आप हल्दी का सेवन उसके प्राकृतिक रूप में ही करें।

• हल्दी को पीसकर घी में मिलाकर घाव पर लगाने के लिए उपयोग किया जाता है।

• पिसी हल्दी को सलाद में बुरक कर स्वाद और पोषण के लिए उपयोग किया जाता है।

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